Open university और Regular university में क्या अंतर है - in HINDI

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Open University Vs Regular University बेहतर शिक्षा सभी के लिए जीवन में आगे बढ़ने और सफलता प्राप्त करने के लिए बहुत आवश्यक है यह हमें आत्मविश्वास विकसित करने में सहायता करता है उचित शिक्षा भविष्य में आगे बढ़ने के लिए बहुत से रास्तों का निर्माण करती है


शिक्षा हम सभी के उज्जवल भविष्य के लिए एक बहुत ही आवश्यक साधन है हम अपने जीवन में इस साधन का उपयोग करके कुछ भी अच्छा प्राप्त कर सकते हैं केवल स्कूली शिक्षा ही काफी नहीं है उच्च शिक्षा का महत्व नौकरी और अच्छा पद प्राप्त करने के लिए बहुत ज्यादा बढ़ गया है



Open University Vs Regular University | Open university और Regular university में क्या अंतर है


आजकल के समय में शिक्षा के स्तर को बढ़ाने के लिए बहुत सारे तरीके अपनाए जाते हैं वर्तमान समय में शिक्षा का पूरा तंत्र बदल चुका है पूरा सिस्टम चेंज हो चुका है अब हम बारहवीं कक्षा के बाद Distance education के माध्यम से भी नौकरी के साथ ही पढ़ाई भी कर सकते हैं और यह सुविधा हमें Open university के द्वारा प्राप्त कराई जाती है आज इस पोस्ट में हम इस विषय के ऊपर जानकारी देने वाले हैं कि ओपन यूनिवर्सिटी में क्या होता है और ओपन यूनिवर्सिटी और रेगुलर यूनिवर्सिटी में क्या अंतर है 



तो सबसे पहले हम जानेगें की Open university और Regular university में क्या होता है


पूरी दुनिया में शिक्षा प्राप्त करने के दो रस्ते है जिनमे पहला है रेगुलर यूनिवर्सिटी जिसके जरिये किसी भी स्टूडेंट को शिक्षा दी जाती है और दूसरा है ओपन यूनिवर्सिटी के माध्यम से शिक्षा दी जाती है 



  1.  Regular University

Regular university में पारंपरिक तरीकों से शिक्षा प्रदान कराई जाती है और पूरे भारत में ऐसे बहुत से स्कूल कॉलेज और इंस्टिट्यूट से जो छात्रों को नियमित रूप से शिक्षा उपलब्ध करवाते हैं रेगुलर एजुकेशन में विद्यार्थियों को प्रतिदिन होने वाली क्लासेस में उपस्थित होना पड़ता है


स्कूल कॉलेज और इंस्टिट्यूट में छात्रों के लिए एक रजिस्टर बनाई गई होती है जिसमें उनका प्रतिदिन अटेंडेंस लिया जाता है बच्चे हर वक्त टीचर, प्रोफेसर और लेक्चर की कड़ी निगरानी में रहते हैं बचो को स्कूल के असिनमेंट और प्रोजेक्ट में दिए जाते हैं जो उन्हें किसी भी तरीके से पुरे करने होते हैं प्रोजेक्ट में कुछ गलती होती है तो टीचर उन्हें सही करवाते हैं समझाते हैं और उस सब्जेक्ट से जुडी जितनी भी प्रॉब्लम होती है


वह छात्रों को सब क्लियर तरीके से समझा कर एग्जाम के लिए तैयार करवाते हैं तो इस तरीके से शिक्षा संस्थान में समय-समय पर परीक्षाएं करवाई जाती है Regular education के जरीये विधार्तिओं को अपने सब्जेक्ट से जुडी चीजों को जानने और सीखने का बेहतर मौका मिलता है

 


  2. Open University

Open university ऐसे विश्वविद्यालय होते हैं ऐसी यूनिवर्सिटीज होती है जो दूरस्थ शिक्षा के उद्देश्य से स्थापित किए गए हैं दूरस्थ शिक्षा को हम इंग्लिश में Distance education कहते हैं जिसमें विद्यालय से दूर रहकर शिक्षा को प्राप्त किया जाता है इसमें बड़ी संख्या के वर्ग को शिक्षा प्रदान करने और देश में शिक्षा के प्रसार का महत्वपूर्ण कार्य निभाया जा रहा है जो व्यक्ति किसी कारणवश शिक्षा प्राप्त करने में असमर्थ होते हैं उन्हीं लोगों को यह विश्वविद्यालय शिक्षा प्रदान कराता है


   इस यूनिवर्सिटी के माध्यम से विद्यार्थी को नियमित तौर पर किसी संस्थान में जाकर के पढ़ाई करने की जरूरत नहीं होती इन संस्थानों में मॉडर्न कम्युनिकेशन टेक्नोलॉजी जैसेकि Internet, video conferencing, video or audio tape, CD DVD जैसी चीजों के माध्यम से शिक्षा प्रदान की जाती है विद्यार्थियों को सेल्फ लर्निंग मैटेरियल दिया जाता है जिसमें सहायता के लिए हर चीज होती है इसमें विद्यार्थी की संख्या की कोई सीमा नहीं होती है जैसे रेगुलर एजुकेशन में होती है और साथ ही इसमें पढ़ाई करने की फ़ीस भी रेगुलर एजुकेशन के मुकाबले काफी कम होती है 


    डिस्टेंस  एजुकेशन में किसी भी व्यक्ति को काम करने के साथ साथ पढ़ाई करने का अवसर भी मिलता है अगर किसी छात्र के किसी कारण से 10वीं या 12वीं की परीक्षा में कम नंबर आए हैं फिर भी उसे ओपन यूनिवर्सिटी में मनपसंद कोर्स में दाखिला मिल जाता है ओपन यूनिवर्सिटी के किसी भी कोर्स के लिए उम्र की कोई भी बाधा नहीं होती है आजकल ओपन यूनिवर्सिटी के जरिए विद्यार्थी ग्रेजुएट, पोस्ट ग्रेजुएट, एमफिल, पीएचडी, डिप्लोमा आदि प्रकार की सभी कोशिश कर सकते हैं


   भारत में लगभग सभी राज्य का अपना एक ओपन यूनिवर्सिटी है जो डिस्टेंस एजुकेशन की शिक्षा प्रदान करते हैं इसमें शिक्षक सामने नहीं होते हैं इसीलिए पाठ्य सामग्री यानी स्टडी मैटेरियल ही शिक्षक का काम करता है साथ ही रेगुलर एजुकेशन की तरह इसमें प्रतिदिन क्लासिस नहीं करवाया जाता बल्कि हफ्ते में दो बार सैटरडे और संडे को ही क्लास रखे जाते हैं इस शिक्षा संस्थान में समय-समय पर परीक्षाएं नहीं करवाई जाती है केवल 1 साल में एक या दो बार ही परीक्षाएं होती है

 

   Distance education के जरिए पढ़ाई करने की खास बात यह है कि इसमें पढ़ने वाले छात्र अपने समय के अनुसार पढ़ाई कर सकते हैं क्योंकि इसमें कोई टीचर या प्रोफेसर छात्र के लिए उपलब्ध नहीं रहते हैं अगर छात्र को पढ़ते टाइम कोई दिक्कत आती है तो वह उस प्रॉब्लम का हल ढूंढने के लिए अपने सेंटर के द्वारा सप्ताह के अंत में दिए जा रहे क्लासेस में उपस्थित हो सकता है ओपन यूनिवर्सिटी से पढ़ाई पूरी करने वाले छात्र को वैसा ही सर्टिफिकेट दिया जाता है जैसा रेगुलर यूनिवर्सिटी के जरिए अपनी पढ़ाई पूरी करने वाले छात्रों को मिलता है

 


अब हम जानेगें Open university और Regular university के बीच में क्या अंतर है

देश के विश्व विधालय में रेगुलर कोर्स में दाखिल के तामझाम और अर्चनो ने ओपन यूनिवर्सिटी से मिल रहे डिस्टेंस एजुकेशन के माध्यम को काफी ज्यादा लोकप्रिय बना दिया है छात्रों की एक बड़ी तादाद मजबूरियां मनपसंद ढंग से पढ़ने के लिए इस माध्यम की और तेजी से कदम बढ़ा रहे हैं क्लास अटेंड करने और हर दिन की अटेंडेंस की झंझट से मुक्त होकर के पढ़ने की आजादी देने वाला यह माध्यम अब देश के कई विश्वविद्यालयों में प्रचलित हो रहा है दोनों ही माध्यम से शिक्षा प्राप्त करने का मौका मिलता है


लेकिन फिर भी आजकल अधिकतर विद्यार्थी रेगुलर एजुकेशन करने से ज्यादा डिस्टेंस एजुकेशन करना पसंद कर रहे हैं इसके बहुत से कारण है जैसे कि


   A.  Regular university में दाखिले के लिए कटऑफ लिस्ट का इंतजार करना पड़ता है तो कहीं प्रवेश परीक्षा की तैयारी करके अपनी जगह बनानी पड़ती है इसके बाद अगर दाखिला मिल गया तो अपने घर से दूर दूसरे शहर में रहकर के क्लास में उपस्थित होने और असिनमेंट पूरा करके समय समय पर देनेका झंझट भी सामने आता  है

      जबकि ओपन यूनिवर्सिटी में दाखिला पाने के लिए इस तरह की कोई बाधा नहीं होती कोई भी व्यक्ति अपनी मन पसंद सब्जेक्ट को चुन क्र अपनी पढ़ाई पूरी क्र सकते है और इसमें प्रतिदिन क्लास करने की आवश्यकता नहीं होती जाता है और स्टडी स्टडी मटरियल में दखल लेने के बाद यहां पर सीधे सीधे वार्षिक परीक्षा में बैठना होता है इससे पहले हालरिया क्लास करने जैसी अनिवार्यता का पालन नहीं करना पड़ता है


   B.  आगे दूसरी बात यह है कि ओपन यूनिवर्सिटी में दाखिला लेने के लिए आमतौर पर मार्क्स और मेरिट लिस्ट का बेरियर सामने नहीं आता यह दाखिले के लिए पर्याप्त समय भी छात्रों को मिलता है ज्यादातर विश्वविद्यालयों में डिस्टेंस एजुकेशन के लिए दाखिले अक्टूबर और नवंबर तक चलते हैं B.ed जैसे कई प्रोफेशनल कोर्स में दाखिला प्रवेश परीक्षा के जरिए दिया जाता है दूसरे के लिए सीधे यूनिवर्सिटी में दाखिला मिल जाता है


   C. तीसरा कारण है कि रेगुलर और ओप्पन यूनिवर्सिटी दोनों में कोर्स एक जैसे ही होते हैं दोनों माध्यम से पड़ने वाले छात्रों को डिग्री भी एक जैसी ही दी जाती है उस पर यह कहीं भी नहीं लिखा होता है कि आपने अपनी पढ़ाई डिस्टेंस एजुकेशन से की है या रेगुलर एजुकेशन से सर्टिफिकेट पर सिर्फ विश्वविद्यालय और कोर्स का नाम लिखा होता है जिससे नौकरी के लिए आवेदन देने में कोई भी समस्या नहीं होती



भारत में इन राज्यों में Open university मौजूद है

  • Symbiosis Center for Distance Learning, Pune
  • Sikkim Manipal University, Gangtok
  • Dr. BR Ambedkar Open University, Hyderabad
  • School of Open Learning University of Delhi
  • Kurukshetra University, Kurukshetra
  • Netaji Subhash Open University, Kolkata
  • Nalanda Open University, Patna
  • Karnataka State Open University, Mysore



तो हम आशा करते हैं कि आपको इस पोस्ट से ओपन और रेगुलर यूनिवर्सिटी क्या है और इन दोनों में क्या अंतर है इससे जुड़ी सारी जानकारी मिल गई होगी तो आप हमें नीचे कमेंट बॉक्स में लिखकर बता सकते हैं ताकि हम आपकी परेशानी को जल्द से जल्द दूर कर सकें


धन्यवाद

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