दोस्तों एग्रीकल्चर शब्द आपने तो जरूर सुना होगा और आप जानते भी होंगे कि एग्रीकल्चर क्या होता है एग्रीकल्चर को हिंदी में कृषि या खेती करना कहते हैं अगर आप किसी दूर दराज गांव से बिलॉन्ग करते हैं तब आपने एग्रीकल्चर को काफी पास से जिया होगा की एग्रीकल्चर होता है वही अगर आप किसी टाउन से है तो आपने एग्रीकल्चर को जरूर महसूस किया होगा
आपकी थाली में जो तरह तरह के पकवान होते हैं तरह-तरह की सब्जियां होती है यह सब के सब एग्रीकल्चर की ही तो देन है एग्रीकल्चर से संबंधित ही एक और टाइप है जिसे कहते हैं ऑर्गेनिक एग्रीकल्चर जो हमें प्रकृति, मनुष्य और जानवरों को नुकसान पहुंचाए बिना एग्रीकल्चर सिखाता है ऑर्गेनिक एग्रीकल्चर से संबंधित आपकी जिज्ञासा को शांत करने के लिए ही हम ये पोस्ट फुल डिटेल में लेकर आये है तो चलिए शुरू करते हैं और जानने का प्रयास करते हैं कि ऑर्गेनिक एग्रीकल्चर और इनऑर्गेनिक एग्रीकल्चर क्या है और इन दोनों में किया अंतर है।
दोस्तों Agriculture में दो type आते है।
1. Organic Agriculture 2. Inorganic Agriculture
हरित क्रांति का भारतीय कृषि पर बहुत बड़ा प्रभाव पड़ा गेहूं के उत्पादन और चावल के उत्पादन में दोगुना इजाफा हुआ और भारत बहुत जल्द अनाज की समस्या से बाहर निकल गया और हरित क्रांति की बदौलत भारत अनाज के मामले में स्वावलंबी तो बन गया लेकिन कहते हैं ना कि जो चीज हमारे लिए कभी वरदान होती है वही चीज अभिशाप भी बन जाती है हुआ कुछ ऐसा ही कि हरित क्रांति के बाद रासायनिक कुरर्वरकों के बेतहाशा इस्तेमाल से धरती विषाक्त होने लगी
Inorganic Agriculture क्या होता है।
इन ऑर्गेनिक एग्रीकल्चर में किसान अधिक पैदावार के लालच में अधिकता रसायन कुरबर्को और कीटनाशकों का इस्तेमाल करते हैं जिससे पैदावार की मात्रा तो बढ़ जाती है लेकिन इनऑर्गेनिक एग्रीकल्चर से फसल की गुणवत्ता कम हो जाती है मिट्टी की गुणवत्ता शक्ति क्षीण हो जाती है और इन ऑर्गेनिक एग्रीकल्चर का हमारी इको सिस्टम पर भी बुरा प्रभाव पड़ता है।Organic Agriculture क्या होता है।
ऑर्गेनिक एग्रीकल्चर इन ऑर्गेनिक एग्रीकल्चर का उल्टा होता है ऑर्गेनिक एग्रीकल्चर में कोई रासायनिक खाद कीटनाशक दवाओं का उपयोग नहीं होता है इसमें गाय के गोबर, मूत्र, कंपोस्ट खाद, जैविक खाद, वर्मी खाद तथा हरी खाद का इस्तेमाल होता है इन सब का प्रकृति पर कोई बुरा प्रभाव नहीं होता है इसीलिए ऑर्गेनिक एग्रीकल्चर कॉफी इको फ्रेंडली होता है इसमें पैदावार की गुणवत्ता में भी अधिक सुधार होता है इस प्रकार के ऑर्गेनिक फूड हमारी हेल्थ के लिए काफी फायदेमंद होते हैं आज पूरी दुनिया ऑर्गेनिक एग्रीकल्चर को प्रमोट कर रही है लोग फिर से इनऑर्गेनिक एग्रीकल्चर को छोड़कर ऑर्गेनिक एग्रीकल्चर को अपना रहे हैं और वर्तमान पीढ़ी को अपने भविष्य को रासायनिक के कुरवार्को से होने वाले दुष्प्रभाव से बचा रही है।दुनिया Inorganic से Organic की तरफ शिफ्ट क्यों हो रही है।
अब आपके माइंड में प्रश्न आ रहा होगा कि आखिर क्यों पूरी दुनिया इन ऑर्गेनिक से ऑर्गेनिक की तरफ शिफ्ट हो रही है इस सवाल को भारत के संदर्भ में समझने की कोशिश करते हैं। आजादी के बाद भारतीय कृषि कुछ खास अच्छी सिचुएशन में नहीं थी भारत के अनाज भंडारण में कमी हो गई थी 60की दसत में तो हालत ऐसी थी कि कुछ बाहरी मुल्कों से अनाज आयात किए गए परंपरागत तरीके से खेती करने से ज्यादा पैदावार की प्राप्ति नहीं हो रही थी इस विकट संकट से बचने के लिए भारत में हरित क्रांति लाई गई हरित क्रांति के आने से भारतीय कृषि का काया पलट हो गया अब खेती में नए-नए मशीनरी, सिस्टम, संसाधन प्रयोग होने लगे इसी के साथ खेतों में ज्यादा पैदावार के लिए भी कई तरह के आर्टिफिशियल फर्टिलाइजर प्रयोग किए जाने लगेहरित क्रांति का भारतीय कृषि पर बहुत बड़ा प्रभाव पड़ा गेहूं के उत्पादन और चावल के उत्पादन में दोगुना इजाफा हुआ और भारत बहुत जल्द अनाज की समस्या से बाहर निकल गया और हरित क्रांति की बदौलत भारत अनाज के मामले में स्वावलंबी तो बन गया लेकिन कहते हैं ना कि जो चीज हमारे लिए कभी वरदान होती है वही चीज अभिशाप भी बन जाती है हुआ कुछ ऐसा ही कि हरित क्रांति के बाद रासायनिक कुरर्वरकों के बेतहाशा इस्तेमाल से धरती विषाक्त होने लगी
अधिक सिंचाई की वजह से कई जगहों पर भूमिगत जल स्तर काफी नीचे चला गया इनऑर्गेनिक एग्रीकल्चर से जो पौधों के डंठल होते हैं उनका इस्तेमाल किसान चारों के रूप में करने लगे जिससे पशुओं की सेहत पर भी इसका ज़्यदा प्रभाव पड़ा कीटनाशक के छिड़काव से जो फायदेमंद कीट थे वह भी लुप्त होने लगे इससे हमारा इको सिस्टम काफी ज्यादा कोप्रभावित हुआ इन सब की वजह से ही ऑर्गेनिक एग्रीकल्चर पर जोर दिया जाने लगा और आज स्थिति यह है कि पूरी दुनिया ऑर्गेनिक एग्रीकल्चर की और शिफ्ट हो रही है।
2. ऑर्गेनिक एग्रीकल्चर से किसानों को आर्थिक स्तर पर काफी फायदा होता है ऑर्गेनिक फूड को दुगने दाम पर बेचे जाते हैं और बाजार में इसकी मांग भी बनी रहती है जिसे ऑर्गेनिक गेहूं 40₹ से 45₹ किलो, सरसो का ऑर्गेनिक ऑयल ₹200 के करीब बेचा जाता है जो सामान्य दाम से 2 गुना है।
3. ऑर्गेनिक खाद का इस्तेमाल करने से मिट्टी की खाद शक्ति में वृद्धि होती है जिससे पैदावार में इजाफा होता है।
4. ऑर्गेनिक खेती में सिंचाई के लिए अधिक जल की आवश्यकता नहीं पड़ती है जिसे भूमिगत जल स्तर में इजाफा होता है।
5. इसमें खाद के लिए कंपोस्ट खाद बर्मी खाद का उपयोग किया जाता है और कंपोस्ट खाद में कचरे का उपयोग किया जाता है जिससे होने वाले रोगों में कमी होती है।
6. रासायनिक खाद का उपयोग नाम मात्र होने से लागत में कमी आती है जिससे किसानों के जेब पर कम बोज पड़ता है।
बस बीच में कुछ अंतराल के लिए इनऑर्गेनिक एग्रीकल्चर का दौर आ गया था फिर से विश्व भर की सरकारें ऑर्गेनिक एग्रीकल्चर को बढ़ावा दे रही है और कई एनजीओ भी क्षेत्र में कार्यरत हैं और वे किसानों को प्रशिक्षित करते हैं और ऑर्गेनिक एग्रीकल्चर को लेकर किसानों के बीच जागरूकता बढ़ाई जा रही है आज भी यूट्यूब पर कई सारे किसानों की सक्सेस स्टोरी है जो ऑर्गेनिक एग्रीकल्चर से लाखों कमा रहे हैं और बाकी किसानों के लिए प्रेरणा के स्रोत बने हुए हैं। अब आइए हम जान लेते हैं
दोस्तों आजकल लोगों के ऑर्गेनिक एग्रीकल्चर की बात करें तो लोग अपने घर में ही सब्जियां और बाकी सारी चीजें उगानी शुरू कर दी है घर का हेल्थी खाना वह खाते हैं एक तरीके से छोटे रूप में ऑर्गेनिक एग्रीकल्चर लोग घर पर अपना रहे हैं वैसे यह कैसे होता है इसकी सारी जानकारी आपको इंटरनेट पर मिल जाएगी तो आजकल काफी लोग इस दिशा में काम कर रहे हैं और आप इस दिशा में काम करना चाहते हैं तो हमारी शुभकामनाएं आपके साथ है।
तो दोस्तों अब आपको समझ में आ गया होगा कि ऑर्गेनिक एग्रीकल्चर और इनऑर्गेनिक एग्रीकल्चर क्या है इसमें क्या अंतर है। और ऑर्गेनिक एग्रीकल्चर से क्या-क्या फायदे है इसका इतिहास क्या है और पूरे विश्व में इसके प्रति क्या प्रतिक्रिया है यह सब जाने के बाद हमें उम्मीद है कि ऑर्गेनिक एग्रीकल्चर से जुड़ी सारी जानकारी आपको मिल गई होगी और आपको पसंद भी आई होगी इस प्रकार की जानकारी हासिल करने के लिए हमें सपोर्ट करें। इसी के साथ यह जानकारी आपको कैसी लगी कमेंट बॉक्स में लिख कर के जरूर बताये और अब आप ध्यान रखिए अपना बहुत सारा खुश रहिए।
Organic Agriculture के फायदे क्या क्या है।
1. ऑर्गेनिक फ़ूड का सबसे बड़ा बेनिफिट यही है की जो ऑर्गेनिक फूड होते हैं उसमें किसी भी प्रकार के हानिकारक रासायनिक तत्व नहीं होते हैं जो इंसानी सेहत के लिए काफी फायदेमंद होते हैं।2. ऑर्गेनिक एग्रीकल्चर से किसानों को आर्थिक स्तर पर काफी फायदा होता है ऑर्गेनिक फूड को दुगने दाम पर बेचे जाते हैं और बाजार में इसकी मांग भी बनी रहती है जिसे ऑर्गेनिक गेहूं 40₹ से 45₹ किलो, सरसो का ऑर्गेनिक ऑयल ₹200 के करीब बेचा जाता है जो सामान्य दाम से 2 गुना है।
3. ऑर्गेनिक खाद का इस्तेमाल करने से मिट्टी की खाद शक्ति में वृद्धि होती है जिससे पैदावार में इजाफा होता है।
4. ऑर्गेनिक खेती में सिंचाई के लिए अधिक जल की आवश्यकता नहीं पड़ती है जिसे भूमिगत जल स्तर में इजाफा होता है।
5. इसमें खाद के लिए कंपोस्ट खाद बर्मी खाद का उपयोग किया जाता है और कंपोस्ट खाद में कचरे का उपयोग किया जाता है जिससे होने वाले रोगों में कमी होती है।
6. रासायनिक खाद का उपयोग नाम मात्र होने से लागत में कमी आती है जिससे किसानों के जेब पर कम बोज पड़ता है।
Organic Agriculture का इतिहास क्या है।
तो इतना सब जानने के बाद अब हम ऑर्गेनिक एग्रीकल्चर का थोड़ा सा इतिहास जानते हैं जितने भी पारंपरिक तरीके हैं खेती करने के सब के सब ऑर्गेनिक होते थे क्योंकि पहले समय के लोगों के पास खेती का कोई इनऑर्गेनिक तरीका नहीं होता था इसीलिए ऑर्गेनिक एग्रीकल्चर का इतिहास एक तरह से एग्रीकल्चर का ही इतिहास हैबस बीच में कुछ अंतराल के लिए इनऑर्गेनिक एग्रीकल्चर का दौर आ गया था फिर से विश्व भर की सरकारें ऑर्गेनिक एग्रीकल्चर को बढ़ावा दे रही है और कई एनजीओ भी क्षेत्र में कार्यरत हैं और वे किसानों को प्रशिक्षित करते हैं और ऑर्गेनिक एग्रीकल्चर को लेकर किसानों के बीच जागरूकता बढ़ाई जा रही है आज भी यूट्यूब पर कई सारे किसानों की सक्सेस स्टोरी है जो ऑर्गेनिक एग्रीकल्चर से लाखों कमा रहे हैं और बाकी किसानों के लिए प्रेरणा के स्रोत बने हुए हैं। अब आइए हम जान लेते हैं
किस किस देश में Organic Agriculture की क्या क्या स्थिति है
वैसे तो आज पूरे विश्व में ऑर्गेनिक एग्रीकल्चर की सकारात्मक लहर दौड़ी है लेकिन फिर भी कई सारे देश इस दौर में काफी ज्यादा आगे है तो कई सारे देश इस दौड़ में अभी भी काफी पीछे हैं रिसर्च इंस्टीट्यूट ऑफ ऑर्गेनिक एग्रीकल्चर की 2018 की रिपोर्ट के अनुसार ऑस्ट्रेलिया, अर्जेंटीना, चाइना और यूनाइटेड स्टेट के पास सबसे ज्यादा ऑर्गेनिक लैंड है भारत पर भी ऑर्गेनिक एग्रीकल्चर को सपोर्ट करने के लिए भारत सरकार ने परंपरागत कृषि विकास योजना लॉन्च की है जिसका उद्देश्य किसानों को शामिल करते हुए ऑर्गेनिक प्रोडक्ट के डोमेस्टिक प्रोडक्शन तथा सर्टिफिकेशन में तेजी लाना है इसके साथ-साथ एशिया, यूरोप, अफ्रीका आदि के महा देशों में भी ऑर्गेनिक एग्रीकल्चर पर काफी जोर दिया जा रहा है।दोस्तों आजकल लोगों के ऑर्गेनिक एग्रीकल्चर की बात करें तो लोग अपने घर में ही सब्जियां और बाकी सारी चीजें उगानी शुरू कर दी है घर का हेल्थी खाना वह खाते हैं एक तरीके से छोटे रूप में ऑर्गेनिक एग्रीकल्चर लोग घर पर अपना रहे हैं वैसे यह कैसे होता है इसकी सारी जानकारी आपको इंटरनेट पर मिल जाएगी तो आजकल काफी लोग इस दिशा में काम कर रहे हैं और आप इस दिशा में काम करना चाहते हैं तो हमारी शुभकामनाएं आपके साथ है।
तो दोस्तों अब आपको समझ में आ गया होगा कि ऑर्गेनिक एग्रीकल्चर और इनऑर्गेनिक एग्रीकल्चर क्या है इसमें क्या अंतर है। और ऑर्गेनिक एग्रीकल्चर से क्या-क्या फायदे है इसका इतिहास क्या है और पूरे विश्व में इसके प्रति क्या प्रतिक्रिया है यह सब जाने के बाद हमें उम्मीद है कि ऑर्गेनिक एग्रीकल्चर से जुड़ी सारी जानकारी आपको मिल गई होगी और आपको पसंद भी आई होगी इस प्रकार की जानकारी हासिल करने के लिए हमें सपोर्ट करें। इसी के साथ यह जानकारी आपको कैसी लगी कमेंट बॉक्स में लिख कर के जरूर बताये और अब आप ध्यान रखिए अपना बहुत सारा खुश रहिए।