अगर दोस्तों में आपसे कहूं कि आने वाले समय में आप अपने दिमाग से सारे इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस जैसे कि कंप्यूटर हो गया, मोबाइल हो गया, लैपटॉप हो गया या फिर कोई भी electronic device आप उसे अपने दिमाग से बिना हाथ लगाए कंट्रोल कर सकते हो
अब आप में से बहुत से लोग बोलेंगे यार कैसे आप में से बहुत से लोगों ने Doctor octopus को तो आपने सिनेमा में देखा होगा डॉक्टर ऑक्टोपस के बहुत सारे मशीन वाले हाथ होते हैं और उन मशीन वाले हाथ को डॉक्टर ऑक्टोपस अपने दिमाग से कंट्रोल करता है।
Brain Computer Interface Technology अगर दोस्तों मैं आपसे कहूं कि सारी चीजें रियल लाइफ में भी बिल्कुल पॉसिबल है तो अपने से बहुत से लोग बोलेंगे सच में yes दोस्तों यह बिल्कुल पॉसिबल है ब्रेन कंप्यूटर इंटरफेस की मदद से
अब आप में से लोग बोलेंगे यार ये आखिर में Brain Computer Interface क्या है चलिए इसे समझते हैं और साथ में यह भी समझेंगे कि आखिर में दोस्तों यह ब्रेन कंप्यूटर इंटरफेस काम किस तरह से करता है और इसके क्या क्या एडवांटेज है।
Brain Computer Interface क्या है ?
Brain Computer Interface को दोस्तों अगर हम सिंपल और आसान भाषा में समझे तो दोस्तों ये एक तरीके का मशीन होता है या फिर ये केहलो की एक तरिके का System होता है दिमाग को दोस्तों कंप्यूटर से कनेक्ट है उसे instruction भेजता है
इसे दोस्तों दूसरे नाम से भी जानते हैं (NCI) जिसका फुल फॉर्म है दोस्तों Neural control interface इसे अगर हम और सिंपल से समझे ना दोस्तों इस मशीन की मदद से या फिर क्यों इस एक सिस्टम की मदद से आप अपने दिमाग के इंफॉर्मेशन को लेकर
दोस्तों किसी भी कंप्यूटर की स्क्रीन या फिर कहलो किसी भी मशीन के स्क्रीन में शो करके दिखा सकता है यानी कि आप अपने दिमाग से जो भी बोलना चाहते हो या फिर जो भी इंस्ट्रक्शन देना चाहते हो उस इंस्ट्रक्शन को तो आप कंप्यूटर में भेज सकते हो और कंप्यूटर के डिस्प्ले में शो भी करवा सकते हो सही मायने में देखा जाये तो इस टेक्नोलॉजी की मदद से आप अपने दिमाग से बातचीत कर सकते हैं एक computer से या फिर किसी भी electronic device से और उन्हें अपनी बात बता सकते हो या फिर कहलो उनको इंस्ट्रक्शन भी दे सकते हो वैसे दोस्तों ये सुनने में कितना interesting लग रहा है।
Brain Computer Interface काम कैसे करता है ?
तो चलिए ब्रेन कंप्यूटर इंटरफेस को अच्छे से समझने के लिए हम एक रियल लाइफ एग्जांपल लेते हैं हमारे माइंड का यानी के दिमाग का आप में बहुत से लोगों को पता होगा कि हमारा दिमाग किस तरह से काम करता है अगर आपको पता है तो आपको आसानी से ब्रेन कंप्यूटर इंटरफेस समझ आ जाएगा आपको पता होगा की हमारा जो दिमाग है वह बेसिकली Electric pulse या फिर कहलो Electric signal का यूज़ करता है information को translate करने के लिए और
इसी की मदद से दोस्तों इसी Electric pulse की वजह से दोस्तों हम सोच पाते हैं, काम कर पाते हैं, सपने देख पाते हैं या फिर कल हमारा दिमाग काम कर पाता है सेम इसी तरह से अगर आपको computer तो अगर आपको कंप्यूटर के बारे में थोड़ी सी जानकारी है थोड़ी सी भी नॉलेज है तो आपको पता होगा कि जो कंप्यूटर है वह भी एक तरीके से Electric signal का ही इस्तेमाल करता है इंस्ट्रक्शन को समझने के लिए
अब ये जो इलेक्ट्रिक सिग्नल होते हैं ये binary form में होते है 0 और 1 के रुप में अब यंहा पर आप खुद सोचो हमारा जो दिमाग है ये भी एक तरिके से इलेक्ट्रिक सिग्नल का यूज करता है और कंप्यूटर भी एक तरीके का इलेक्ट्रिक सिग्नल यूज करता है तो यहां पर हम दोनों के बीच में एक कनेक्शन बना सकते हैं दोनों के बीच में हम communication या फिर कहलो connection बना सकते है
जिसका हमारे दिमाग से तो एक ट्रिक सिग्नल निकल रहा है दोस्तों हम उसी इलेक्ट्रिक सिग्नल को एक मशीन के जरिए या फिर सिस्टम के जरिए अगर हम कंप्यूटर तक पहुंचाते हैं किसी भी मीडियम से कंप्यूटर है दोस्तों को हमारे दिमाग को समझ सकता है यह सुनने में कितना interesting लग रहा है अगर ऐसा हो तो सोचो कितना बढ़िया होगा।
Brain Computer Interface का Experiment कैसे किया गया ?
अब दोस्तों इस चीज को clear करने के लिए scientist ने एक एक्सपेरिमेंट किया और इस experiment में एक मंकी को लिया गया इस monkey के सर पर कुछ कम्पोनेट लगया गया अब दोस्तों ये मंकी एक रोबोटिक hand को कंट्रोल कर पा रहा था सोचे अपने दिमाग से उस रोबोटिक आर्म को एक मशीन के जरिए कंट्रोल कर पा रहा था।
Example : - सेम इसी तरह अगर आप डॉक्टर ऑक्टोपस का एक्साम्प्ल लें तो इस करेक्टर में भी सेम इसी टेक्नोलॉजी को यहां पर दिखाया जा रहा है कि जो डॉक्टर ऑक्टोपस के हाथ होते हैं वह मशीन वाले होते हैं मशीन होते हैं और डॉक्टर ऑक्टोपस उसे अपने दिमाग से कंट्रोल कर पाता है उसे बोलने की जरूरत नहीं है सिर्फ अपने दिमाग से ही कंट्रोल कर सकता है तो देखा जाये तो यहाँ पर एक तरीके से Brain Computer Interface इस्तेमाल का इस्तेमाल किया जा रहा है।